Indore Shahar Shayari - इंदौर शहर शायरी

इस पोस्ट में सभी इंदौरियों के लिए Indore Shayari लेकर आए है। इस पोस्ट में आपको Indore city shayari मिलेगी। तो सभी इंदौरी भियाओ से निवेदन है कि Indore Shahar Shayari के इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े।


Indore Shahar Shayari

Indore Shahar Shayari


दोस्तो आज के इस आर्टिकल में हम सभी इंदौरी भियाओं के लिए Indore city shayari या Indore Sahar Shayari लेकर आए है। इन Indore Shayari को पढ़ने के लिए हमारे इस आर्टिकल पर अंत तक बने रहे। लेकिन उससे पहले हम इंदौर के बारे में कुछ बाते आपको बताएंगे। तो चलिए शुरू करते है।


दोस्तों जो इंदौर शहर भी इंदौर शहर रहने आता है वो इंदौर का ही बनकर रह जाता है। दोस्तो दूर दूर से लोग यहां अपने सपनों को साकार करने आते है। इंदौर बिज़नेस के मामले में भी बहुत आगे है इसलिए इंदौर को छोटी मुंबई की उपाधि मिली। जो भी इंदौर में रहता है उसे इंदौरी नाम की उपाधि दी जाती है। दोस्तो इंदौर पूरे मध्यप्रदेश को जोड़े हुए हैं। पूरे मध्यप्रदेश का व्यापार इंदौर से जुड़ा है। इसलिए इसे मध्यप्रदेश की Commercial Capital कहा जाता है।

Indore City Shayari 

दोस्तो आज का यह आर्टिकल इंदौरी भाईयों के लिए बहुत ही खास होने वाला है। क्यूंकि आज की इस पोस्ट मे हम आपके लिए Indore Shayari लेकर आए हैं तो बिना देरी किए चलिए पैश करता हूं कुछ Indore Sahar Shayari


तुमसे मिलने की बरिशें फरियाद करती हैं....

56 की वो गलियां तुम्हे बहूंत याद करती है...


क्यों न हो मोहब्बत हमें तुमसे...

Indore❤️ जैसा साफ दिल जो है तुम्हारा...


इंदौर की छवि बनाने में न जाने कितने लोगों की मेहनत लगी...

गिराने के लिये चंद लोग ही काफ़ी थे....


तुम जैन सात्विक जैसी शांत हो...

मैं राजपुताना तलवार प्रिये...!!

तुम चाय कड़क इंदौरी हो...

मैं बिहार की उसमे मिठास प्रिये...!!


हमारे दरमियान एक बहुत ही गुमनाम सी कहानी है...

उस लड़की से बातचीत मेरी बहुत पुरानी है...!!

खुशनसीब है हम क्यूंकि इंदौर वाले है...

क्यूंकि वो लड़की हम से ज्यादा हमारे इंदौर की दीवानी है...!!


चलते फिरते तुम्हे जन्नत दिखाएंगे...

फिर से साथ चलना तुम्हें पूरा इंदौर घुंमाएँगे...


कुछ तो बात है जो खुद पर भरोसा हो रहा है...

लगता है मेरे सपनों का शहर अब मुझे बुला रहा है...


ये रस्म-ए-उल्फत अभी निभाना है और...

जरा ठहरो यारों हमें फिर जाना है इंदौर...


काम बहुत है इंदौर शहर मै...

मगर फिर भी अपनापन दिखाने के लिए लोग वक्त निकाल ही लेते है...

Indore Shayari

इं- इंसानियत का शहर

दौ- दौड़ छप्पन ढुकाना की

र- राजवाड़ा की खरीदी


मौसम-ए-ठंड का अलग ही खुमार है...

हमारा इंदौर अब शिमला बनने को तैयार है...


मुस्कान और सुकून का अब वो दौर नहीं हैं...

ये इंदौर अब वो इंदौर नही है...


मासूमियत और सकून के उस दौर को हम फिर लाएंगे...

हम इंदोरी मिलकर फिर वही इंदौर बसाएंगे...


यूं ही तो मैं शायर नही बना, दर्द का सैलाब मेरी ओर भी आया था...

जब बात आइ दर्द-ए-शायरी की तो मेरे जहन में Indore भी आया था...


इंदौर जा रहे हो, तो सुनो ना,

अपने इंदौर की मिट्टी को मेरा प्यार देना...!!

राजवाड़ा, छप्पन, सराफा, LIG सब को मेरा सलाम कहना,

कहना इनसे की रोज याद करता हूं इनको मैं...!!

जो मेरी ना मौजुदगी से तुमको नाराज लगे तो जादू की झप्पी देना और कहना जल्द आऊँगा मैं...!!


वो मेरे दिल में भराए इस तरह...

पाव में सेंव भराती जिस तरह...!!

उतरेे हमारे दिल में कुछ इस तरह...

उतरती है चटनी कचोरी में जिस तरह...!!


भिया उनकी यादों में इस कदर अपन रोए...!!

सूरत अपन की ऐसी हुई जैसे बिगैर कांदे के पोए...!!


आने से उनके चमके अपन कुछ ऐसे...!!

चमकता रात को छप्पन जिस तरा...!!


ओ Madam, मेरे Praposal पे तुम हव तो के दो...

करते हो हमसे ishq तो के दो...

वर्ना Pyar में तेरे टूट जाएंगे हम जालिम...

टूटे सराफे की चाट में पपड़ी जिस तरा...


Conclusion - Indore Shahar Shayari

दोस्तों आशा करता हूं की  तुमारेको Indore Shahar Shayari का ये आर्टिकल बोहोत पसंद आ रिया होगा और अपने WhatsApp Status पे शेयर करने का मन कर रिया होगा। दोस्तो इन Indore Shayari को अपने इंदौर दोस्तो के साथ जरुर शेयर करे। इसी के साथ आपसे अलविदा लेता है

टाटा... बाय बाय... खतम... गया

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